नई दिल्ली: भारत की टेस्ट क्रिकेट टीम अब इंग्लैंड पहुंच चुकी है, जहां फिलहाल इंडिया-ए और सीनियर टीम के बीच अनऑफिसियल टेस्ट मैच खेला जा रहा है। इसके बाद 20 होने वाली इस टेस्ट सीरीज में नए युग की शुरुआत होने जा रही है। खास बात यह है की इस बार शुभमन गिल पहली बार भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करते नजर आएंगे।
हालांकि, भारत ने इंग्लैंड में आखिरी बार टेस्ट सीरीज 2007 में जीती थी, तब राहुल द्रविड़ कप्तान थे। तब से लेकर अब तक 2011, 2014 और 2018 के दौरे भारतीय टीम के लिए चुनौती बने रहे, जहां टीम को हार का सामना करना पड़ा। 2021-22 की सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही थी। इंग्लैंड के मैदानों पर भारतीय टीम का टेस्ट रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रही है, अब तक 69 मैचो में केवल 9 जीत है, जबकि 38 हार हुई है और 22 मैच ड्रॉ रहे है।
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इंग्लैंड में 2007 की यादें
साल 2007 की सीरीज में भारत ने तीन टेस्ट मैच खेले थे। पहला और तीसरा मैच ड्रॉ रहा, लेकिन दूसरे मैच में भारत ने 7 विकेट से जीत दर्ज की थी। इस मैच में जहीर खान का जलवा देखने लायक था, उन्होंने 9 विकेट लेकर टीम इंडिया को जीत दिलाई। जहीर की उसी जबरदस्त गेंदबाजी की वजह से भारत ने 1-0 से टेस्ट सीरीज जीती थी।
युवा खिलाड़ियों पर टीम की उम्मीदे
इस बार टीम इंडिया के कई बड़े स्टार खिलाड़ी जैसे रोहित, विराट और रविचंद्रन अश्विन टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके है। ऐसे में युवा खिलाड़ियों पर जिम्मेदारी बढ़ गई है। शुभमन गिल कप्तान बन चुके है, वही ऋषभ पंत को उप-कप्तान बनाया गया है।
टीम में नए चेहरे जैसे अर्शदीप सिंह और साईं सुदर्शन भी शामिल किए गए है। ख़ास बात यह है की करुण नायर भी 8 साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी कर चुके है, जिन्होंने घरेलु क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और KL राहुल जैसे बल्लेबाजों पर भी रन बनाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।