नई दिल्ली: क्रिकेट के मैदान पर जो काम सालों से अधूरा था, वो टेम्बा बावुमा की कप्तानी में आखिरकार पूरा हो गया। दक्षिण अफ्रीका ने WTC 2025 फाइनल में ऑस्ट्रलिया को 5 विकेट से हराकर पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की। इस ऐतिहासिक जीत के साथ न सिर्फ टीम ने एक बड़ा ख़िताब जीता, बल्कि वो ‘चोकर्स’ का तमगा भी उतार फेंका, जो दशकों से टीम के पीछे लगा हुआ था। जीत के बाद कप्तान बावुमा ने एक अहम खुलासा कर सभी को चौंका दिया।
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Temba Bavuma ने किया बड़ा खुलासा
WTC फाइनल के बाद बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल से बात करते हुए बावुमा ने बताया की मैच के दौराम ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने उनकी टीम को उकसाने की कोशिश की। जब दक्षिण अफ्रीका बल्लेबाजी कर रही थी, तब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने उनकी टीम को उकसाने की कोशिश की। जब दक्षिण अफ्रीका बल्लेबाजी कर रही थी, तब ऑस्ट्रेलियाई पालयेर्स उन्हें बार-बार ‘चोक’ कहकर स्लेज कर रहे थे। एक खिलाड़ी तो यहां तक कह रहा था की “ये लोग चौथे दिन फिर चौक कर जाएंगे और 60 रन में ऑल आउट हो जाएंगे।”
बावुमा ने माना था की उनकी टीम आत्मविश्वास के साथ आई थी, लेकिन साथ ही उनके मन में ये भी था की लोग उन्हें में ले रहे है। पर जैसे-जैसे आगे बढ़ा, अफ्रीकी टीम ने अपने खेल से सभी को करारा जवाब दिया की अब को पुराणी टीम नहीं रही।
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Markram ने कहा अब कोई नहीं कहेगा ‘चोकर्स’
फाइनल में शतक जड़ने वाले एडन मार्करम ने मैच के बाद साफ़ कहा की अब दक्षिण अफ्रीका को कोई भी चोकर्स नहीं कह सकता। उन्होंने कहा की इतने सालों तक ये शब्द हम पर बोझ बनकर छाया रहा। लेकिन इस जीत ने हमें उस छवि से बाहर निकाला है। उन्होंने उम्मीद जताई की अब लोग दक्षिण अफ्रीका को चैंपियन की नजर से देखेंगे, न की चोकर्स की।
क्यों कहा जाता था South Africa को ‘Chokers’
1998 के बाद दक्षिण अफ्रीका ने कोई भी ICC ट्रॉफी नहीं थी। चाहे वर्ल्ड कप हो या टी-20, टीम बार-बार सेमीफाइनल और फाइनल तक पहुंची, लेकिन हर बार आखिरी वक्त पर हार गई। यही वजह थी उन्हें ‘चोकर्स’ का टैग दे दिया गया, जिसका मतलब होता है दबाव में टूट जाना।