नई दिल्लीः बॉलीवुड में हर जेनरेशन को उसकी अपनी एक आइकॉनिक लव स्टोरी ज़रूर मिलती है। जैसे 70s के यंगस्टर्स को ‘बॉबी’, 80s-90s के लवर्स को ‘मैंने प्यार किया’ और 2000s के कॉलेज क्राउड को ‘कहो ना प्यार है’ या ‘आशिकी 2’। अब ज़माना बदल गया है, लेकिन दिल आज भी किसी के साथ धड़कने की चाहत रखता है – और इसी चाहत को लेकर आई है Saiyaara।
‘आशिकी 2’ और ‘एक विलेन’ जैसी रोमांटिक म्यूजिकल फिल्मों के डायरेक्टर मोहित सूरी इस बार Saiyaara लेकर आए हैं – एक ऐसी कहानी जो आज की जेनरेशन को उनकी ‘अपनी लव स्टोरी’ फील देती है। मोहित खुद कहते हैं, “चाहे लोग कितना भी ऑनलाइन रहें, किसी का हाथ थामने की जरूरत महसूस होती है।”
और फिल्म भी कुछ ऐसा ही महसूस कराती है।
कहानी की शुरुआत – मीट क्यूट मोमेंट से
कहानी की नायिका है वाणी बत्रा (न्यूकमर अनीत पड्डा) जो एक ब्रेकअप से टूटी हुई है। और हीरो है कृष कपूर (अहान पांडे), एक स्ट्रगलिंग सिंगर जो अपने गानों से दुनिया जीतना चाहता है।
इनकी पहली मुलाकात एक प्यारे से “मीट क्यूट” मोमेंट में होती है, एक डायरी की वजह से। ये छोटा सा पल कहानी की नींव बन जाता है और फिल्म की टोन सेट करता है। मीठे इमोशन्स, प्यारे गाने और थोड़ी सी इंटेंसनेस इस लव स्टोरी को रिलेटेबल बनाती है।
जहां इमोशन्स मिलते हैं म्यूजिक से
कृष के पास एक मेलोडी है लेकिन लिरिक्स की तलाश है। वहीं वाणी के पास शब्दों की ताकत है। जब ये दोनों साथ आते हैं, एक म्यूजिकल जर्नी शुरू होती है – दिल से निकली और सुरों में ढली हुई।
फिल्म का म्यूजिक वाकई इसकी जान है। आधा दर्जन से ज़्यादा म्यूज़िक डायरेक्टर्स ने मिलकर जो ट्रैक्स बनाए हैं, वो थिएटर में एक्सपीरियंस करने लायक हैं। टाइटल ट्रैक खासतौर पर श्रेया घोषाल के वर्जन में तो रूह तक उतर जाता है।
कैसी है एक्टिंग?
दोनों न्यूकमर्स अहान पांडे और अनीत पड्डा ने दिल से एक्टिंग की है। कुछ सीन्स में अहान थोड़ा रॉ जरूर लगे, लेकिन अनीत की परफॉर्मेंस में खास मैच्योरिटी दिखती है। खासकर इमोशनल सीन में वो छा जाती हैं।
मोहित सूरी की गहराई वाली स्टोरीज़ में टिके रहना आसान नहीं होता, लेकिन इन दोनों ने ईमानदारी से कोशिश की है, और वो स्क्रीन पर दिखती है।
डायरेक्शन और टेक्निकल साइड
मोहित सूरी की स्टोरीटेलिंग और इमोशन्स को म्यूजिक में लपेटकर पेश करने की स्किल एक बार फिर ‘सैयारा’ में देखने को मिलती है। हां, कुछ जगह फिल्म की पेस थोड़ी स्लो लगती है और कुछ सीन में इफेक्ट की कमी भी महसूस होती है, लेकिन ओवरऑल फिल्म आपका दिल छू जाती है।
क्या आपको देखनी चाहिए ‘Saiyaara’?
अगर आपको ‘आशिकी 2’, ‘एक विलेन’, या ‘आवारापन’ जैसी इमोशनल लव स्टोरीज़ पसंद हैं, तो Saiyaara आपको ज़रूर पसंद आएगी। यह फिल्म नए ज़माने की नई लव स्टोरी है, जिसमें पुराने ज़माने की मासूमियत और नए दौर की गहराई दोनों हैं।
खासकर यंग ऑडियंस को ये फिल्म काफी अपील करेगी और जो लोग लव स्टोरीज़ से बोर हो चुके हैं, उनके लिए ये एक फ्रेश ब्रीज़ है।